।। शिरोमणि जगतगुरु सतगुरु रविदास जी महाराज ।।
अज्ञान रूपी अंधकार से ज्ञान रूपी प्रकाश की ओर ले जा
कर भूलो को राह दिखाने वाले। अपनी अनुकंपा से पत्थरों को तराने वाले अपनी दया से
इंसान तो क्या जानवरों को भी प्यार करने वाले गरीबों के मसीहा, शांति के अग्र दूत, दया के सागर। मेरे कुल गुरु, परम पूजनीय परम परम वंदनीय निरंतर स्मरणीय, ह्रदय सम्राट
अज्ञान रूपी अंधकार से ज्ञान रूपी प्रकाश की ओर ले जा कर भूलो को राह दिखाने वाले। अपनी अनुकंपा से पत्थरों को तराने वाले अपनी दया से इंसान तो क्या जानवरों को भी प्यार करने वाले गरीबों के मसीहा, शांति के अग्र दूत, दया के सागर। मेरे कुल गुरु, परम पूजनीय परम परम वंदनीय निरंतर स्मरणीय, ह्रदय सम्राट
।। शिरोमणि जगतगुरु सतगुरु रविदास जी महाराज ।।
|| जगत गुरु सतगुरु रविदास प्रस्तावना
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